प्रधानमत्री ग्राम सड़क योजना में भारी भ्रष्‍टाचार और धांधली


प्रधानमत्री ग्राम सड़क योजना में भारी भ्रष्‍टाचार और धांधली

 

दैनिक भास्‍कर की खबरों से मचा हड़कम्‍प

 मुरैना 28 मार्च 2007 । इसमें कोई शक नहीं कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में मध्‍यप्रदेश में विशेषकर ग्‍वालियर चम्‍बल अंचल में अब तक बनायी गयीं और आगे प्रस्‍तावित निर्माणाधीन सड़कों पर तगड़ा भ्रष्‍टाचार का लेबल चस्‍पा है । हाल ही में दैनिक भास्‍कर जैसे विख्‍यात समाचार पत्र  ने  दनादन दो  धमाकेदार भ्रष्‍टाचार  और पी.एम.जी.एस.वाई. पर समाचार छाप कर भ्रष्‍टों में हड़कम्‍प मचा दिया है  । और इस योजना में बनयी गयीं और बनाई जा रहीं सड़कों पर तगड़े सवाल खड़े कर दिये हैं । मजे की बात ये है कि इन सड़कों में हुयीं धांधलीयों की शिकायतें मुख्‍यमंत्री और राज्‍यपाल से लेकर केन्‍द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय तक में होतर रहीं हैं मगर तमाशा ये है कि न तो कभी किसी शिकायत पर कोई कार्यवाही कभी हुयी  न कोई अधिकारी कभी दण्डित ही हुआ । सच क्‍या है , जो भी है किसी से छिपा नहीं है । मगर भ्रष्‍टाचार केवल नीचे के लेवल पर नहीं है बल्कि काफी ऊपर तक है । इन मामलों में आयी जॉंच रिपोर्टो में तमाशा ये है कि जिस अधिकारी के खिलाफ शिकायतें हुयीं उसी से प्रतिवेदन प्राप्‍त किये गये और इन प्रतिवेदनों में भी मजेदार तथ्‍य ये है कि कुछ ऐसा लिखा गया कि ‘’ अमुक निर्माण कार्य अमुक फलानी ढिकानी विश्‍व विख्‍यात एजेन्‍सी ने किया है जिसकी विश्‍व स्‍तरीय साख है अत: गड़बड़ी संभव नही हैं अत: सब काम सही हुआ है ‘’ यानि कि खेल के पीछे का खेल क्‍या है स्‍वत: समझ लेने की बात है । दैनिक भास्‍कर ने जरूर एक डेयरिंग धमाका किया है वरना  करोड़ों अरबों का खेल कर रहे भ्रष्‍टों की ऑंख में ऊंगली फंसाना कोई मामूली बात तो नहीं ।

ग्राम सहायक निलम्वित


ग्राम सहायक निलम्वित

मुरैना 26 मार्च07- कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने वी पी एल एवं अन्त्योदय योजना के राशन कार्ड तैयार करने और वितरण करने में बरती गई अनियमितता एवं लापरवाही के आरोप में ग्राम पंचायत पहाड़गढ़ के ग्राम सहायक सचिव श्री नरोत्तम लाल शर्मा को तत्काल प्रभाव से निलम्वित कर दिया है । निलम्बन अवधि में श्री शर्मा का मुख्यालय जनपद पंचायत मुरैना रहेगा । 

सुविधा योजना का अंतिम अवसर


सुविधा योजना का अंतिम अवसर 

मुरैना 26 मार्च07- बकायादार समस्त घरेलू प्रकाश एवं ग्रामीण आटा चक्की उपभोक्ताओं के लिए शासन द्वारा चलाई जा रही सुविधा योजना के अंतर्गत लाभ लेने का अंतिम अवसर समाप्त होने में मात्र 4 दिन शेष हैं । इस योजना में बकायादार उपभोक्ताओं द्वारा एक मुश्त विद्युत बिल की राशि जमा करने पर 31मार्च तक अधिभार (सरचार्ज) में पूरी तरह छूट दी जा रही है । विद्युत बिल की राशि जमा करने के लिए 27मार्च से 31 मार्च 2007 तक बिना किसी अवकाश के लगातार काउंटर खुले रहेंगे ।               कार्यपालन यंत्री श्री राठौर ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि लागू सुविधा योजना का लाभ लेने हेतु संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय में राशि जमा करें साथ ही न्यायालयीन दण्डात्मक कार्रवाई से बचें क्योकि बानमौर, पोरसा, अम्बाह एवं मुरैना में सघन वसूली /चैंकिग अभियान चलाया जा रहा है जिसमें बकाया न जमा करने वालों के विरूद्व धारा 135,138 के अंतर्गत प्रकरण पंजीबद्व कर न्यायालय में प्रस्तुत किये जा रहे हैं ।               शासन कंपनी द्वारा कृषि पंप उपभोक्ताओं के लिए मार्च 2007 से सुविधा योजना लागू की गई है जिसमें ऐसी सभी कृषि पंप उपभोक्ता अपने बिलों का एक मुश्त भुगतान कर चुकता करना चाहते है उनके बिल में लगी हुई सरचार्ज की राशि 75 प्रतिशत माफ कर दी जावेगी एवं किश्तों में भुगतान करने वालों को 50 प्रतिशत की छूट दी जावेगी । सभी कृषि उपभोक्ता अपने बिलों का समय से भुगतान करें एवं होने वाली असुविधा से बचें ।

 

रेत का अवैध परिवहन करते हुए तीन टेक्टर जप्त:


रेत का अवैध परिवहन करते हुए तीन टेक्टर जप्त:

 मुरैना 26 मार्च07- कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी के निर्देशानुसार चम्बल अभ्यारण्य से रेत के अवैध उत्खनन एवं अवैध परिवहन की रोकथाम हेतु सघन अभियान चलाया जा रहा है । इस अभियान के अंतर्गत आज अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री विजय अग्रवाल, सी एस पी श्री जयवीर सिंह भदौरिया, प्रभारी खनिज अधिकारी श्री गोयल और खनिज निरीक्षक श्री कनैरिया के साथ पुलिस बल के संयुक्त दल द्वारा आकस्मिक छापामार कार्रवाई की गई ।               इस छापामार कार्रवाई के दौरान एम.पी.06 एम. 0406, एम.पी.06 ए –4936 और एम.पी.06 जे.3885 को रेत का अवैध परिवहन करते हुए पकड़ा गया । पकड़े गये ट्रेक्टरों को जप्त कर पुलिस थाना सिटी कोतवाली मुरैना की अभिरक्षा में रखा गया है । उक्त जप्त ट्रेक्टरों को वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1980 के प्रावधानों के तहत राजसात करने की कार्रवाई हेतु प्रकरण वन मंडलाधिकारी मुरैना को भेजा गया है ।

कलेक्टर द्वारा एस डी ओ और तहसील कार्यालय का निरीक्षण


कलेक्टर द्वारा एस डी ओ और तहसील कार्यालय का निरीक्षण

 राजस्व निरीक्षक डायवर्सन के विरूद्व कार्रवाई

 

 

मुरैना 26 मार्च07- कलेक्टर श्री आकाश त्रिपाठी ने आज अनुविभागीय अधिकारी राजस्व और तहसील कार्यालय का निरीक्षण किया और पटवारियों को मौके पर जाकर भूमि की जांच कर की गई जांच के आधार पर डायवर्सन निर्धारण के निर्देश दिये । उन्होंने आवेदन के आधार पर डायवर्सन के निर्धारण पर अंसतोष व्यक्त किया और इसके लिए राजस्व निरीक्षक डायवर्सन को जिम्मेदार मानते हुए कार्रवाई की जायेगी ।              कलेक्टर ने पुराने वर्षों के लम्बित अपीली प्रकरणों में अधीनस्थ न्यायालयों से रिकार्ड उपलब्ध नहीं होने पर आपत्ति की और प्रकरणों के त्वरित निराकरण के लिए संबंधित न्यायालयों से रिकार्ड मंगवाने की कार्रवाई के निर्देश दिये । उन्होंने कहा कि भविष्य में रिकार्ड के अभाव में अपीली प्रकरणो के निराकरण में विलम्ब पाये जाने पर संबंधित के विरूद्व कार्रवाई की जायेगी ।निरीक्षण के दौरान डायवर्सन का निर्धारण मात्र आवेदन के आधार पर करना पाया गया । कलेक्टर ने इसे गम्भीरता से लिया और संबंधित पटवारियों से 15 दिन में सभी प्रकरणों में आवश्यक जांच कराने के पश्चात डायवर्सन निर्धारित करने के निर्देश दिये । उन्होंने समस्त पटवारियों को निर्देश दिये कि वे मौके पर जाकर भूमि की जांच करें और जांच के आधार पर ही डायवर्सन का निर्धारण करें । इसमें किसी भी तरह की कोताही वर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि शनिचरा एवं उसके आसपास के ग्रामों में पत्थर के अवैध उत्खनन की शिकायतें आये दिन आती रहती हैं । इसकी रोकथाम के लिए संयुक्त दल बनाकर जांच अभियान चलाया जाये और अवैध उत्खनन करने वालों के विरूद्व सख्त कार्यवाही की जाये ।

विश्व क्षय दिवस पर धोंधा में शिविर सम्पन्न


विश्व क्षय दिवस पर धोंधा में शिविर सम्पन्न

 

मुरैना 26 मार्च07- पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत 24 मार्च को विश्व क्षय दिवस के अवसर पर उपचार इकाई कैलारस के सूक्ष्मदर्शी केन्द्र पहाड़गढ़ के धोंधा एवं कन्हार आदिवासी क्षेत्रों में टी.बी. की रोकथाम, बचाव एवं उपचार से संबधित जनजाग्रति हेतु सामुदायिक सभा का आयोजन किया गया । इस अवसर पर उपचार इकाई अम्बाह के अन्तर्गत स्कूली बच्चों की रैली निकाली गई ।              मुरैना जिले में चल रहे राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत डॉट्स पद्वति द्वारा टी.बी. के रोगियों की नि:शुल्क जांच एवं उपचार का लाभ शहरी क्षेत्र से दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्र तक सुनिश्चित करने हेतु निरंतर चिकित्सा शिक्षा की बैठक का आयोजन किया गया इस बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. एच.एस.शर्मा, अध्यक्ष आई.एमए. मुरैना ब्रांच डा..पी. शुक्ला एवं जिले के आई.एम.. के सभी सदस्य मौजूद थे इस बैठक में डा. अशोक मिश्रा, सह प्राध्यापक, सामुदायिक स्वास्थ्य विज्ञान, गजराराजा मेडीकल कॉलेज ग्वालियर द्वारा पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम की जानकारी दी गई एवं डा. मनीष शर्मा, जिला क्षय अधिकारी मुरैना द्वारा क्षय रोग से संबंधित नवीन जानकारी उपलब्ध कराई गई

 

प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना 98 करोड़ रूपये के व्यय से 131 सड़कों का निर्माण पूर्ण


प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना 98 करोड़ रूपये के व्यय से 131 सड़कों का निर्माण पूर्ण89 मार्ग निर्माणाधीन: 36 के कार्यादेश जारी 

मुरैना 26 मार्च07- प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अन्तर्गत मुरैना जिले में 98 करोड़ रूपये के व्यय से 503 किलोमीटर लम्बे 131 सड़क मार्गों का निर्माण पूर्ण कराया जा चुका है । योजना के अंतर्गत 89 मार्गों का कार्य प्रगतिरत है तथा 36 नवीन स्वीकृत मार्गो के कार्यादेश जारी कर दिये गये हैं । निर्मित सड़को से ग्रामीण क्षेत्रों में आवागमन सुगम हुआ है और लगभग साढ़े तीन लाख की आवादी लाभान्वित हुई है ।               महाप्रबंधक म.प्र. ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण परियोजना श्री हेमंत खरे के अनुसार पांच सौ से अधिक आवादी वाले ग्रामों को डामरीकृत मार्ग से जोड़ने के लिए दिसम्बर2000 में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का क्रियान्वयन शुरू किया गया । योजना के प्रथम चरण में स्वीकृत 34 कि.मी. लम्बे 13 मार्गो का कार्य पूर्ण कराया जा चुका है । इन पर 4 करोड़ रूपये की राशि व्यय हुई है और इनके निर्माण से 17 पहुचविहीन ग्रामों की 71 हजार जनसंख्या लाभान्वित हुई है । योजना के द्वितीय चरण में 12 करोड़ 78 लाख रूपये के व्यय से 93 किलोमीटर लम्बे 23 मार्गो के बन जाने से 31 पहुचविहीन ग्राम बारहमासी मार्गो से जुड़गये हैं और 75 हजार की आवादी लाभान्वित हुई है । योजना के तृतीय चरण में 64 किलोमीटर लम्बे 18 मार्गो के निर्माण पर 11 करोड़ 53 लाख रूपये का व्यय हुआ है और 21 पहुंचविहीन ग्रामों की 40 हजार जनसंख्या को आवागमन की सुगम सुविधा मिली है ।               प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के चतुर्थ चरण में 16करोड़ 45 लाख रूपये के व्यय से 99 कि.मी. लम्बी 24 सड़कों का निर्माण पूर्ण कराया जा चुका है इन मार्गो के बन जाने से 33 पहुंच विहीन ग्रामों की 64 हजार जनसंख्या लाभान्वित हुई योजना के पंचम चरण में स्वीकृत 42 किलो मीटर लम्बे 19 मार्गों में से 14 का निर्माण पूर्ण कराया जा चुका है निर्माण में अभी तक 9 करोड़ 96 लाख रूपये व्यय हुए हैं। सभी मार्गो के बन जाने पर 35 हजार की आवादी को लाभ मिलेगा योजना के छटवें चरण में स्वीकृत 178 किलो मीटर लम्बे 63 मार्गों में से 10 का निर्माण पूर्ण कराया जा चुका है इन मार्गो के बन जाने पर 85 हजार की जन संख्या को आवागमन की सुगम सुविधा प्राप्त होगी निर्माण में अभी तक 15 करोड़ रूपये की राशि व्यय की जा चुकी है               एशियन विकास बैंक से वित्त पोषित योजना के अन्तर्गत तीन चरणों में स्वीकृत 246 कि.मी. लम्बे 60 मार्गो में से 28 करोड़ 22 लाख रूपये के व्यय से 29 सड़कों का निर्माण पूर्ण कराया जा चुका है । योजना के सभी कार्यों के निर्माण पूर्ण हो जाने पर 64 पहुंच विहीन ग्रामों की 80 हजार जनसंख्या लाभान्वित होगी ।               प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के सातवें चरण के अंतर्गत 102 कि.मी. लम्बे 36 मार्गो के निर्माण के लिए 23 करोड़ 35 लाख 97 हजार रूपये की स्वीकृति प्राप्त हुई है । इन मार्गो के निर्माण पश्चात 32 पहुंच विहीन मार्गों की 90 हजार जनसंख्या लाभान्वित होगी । इन मार्गो के निर्माण हेतु निविदाये स्वीकृत की जा चुकी है और ठेकेदारों को कार्यादेश जारी कर दिये गये है । इस चरण के अन्तर्गत मुरैना विधानसभा क्षेत्र के दो मुख्य मार्ग ए.बी.रोड से रिठौराकलां लम्बाई 16 कि.मी. और नूराबाद से पढ़ावली लम्बाई साढ़े तेरह कि.मी. भी स्वीकृत है । इन मार्गों के निर्माण से क्षेत्र के विशेष विकास में सहयोग मिलेगा और 35 हजार की आवादी लाभान्वित होगी । उल्लेखित है कि भारत निर्माण योजना के अंतर्गत जिले में 500 से अधिक आवादी वाले 210 ग्राम सड़क मार्ग से जोड़ना प्रस्तावित है, जिसके लिए सर्वेक्षण कार्य जारी है ।

जन्म मृत्यु पंजीयन प्रक्रिया का सरलीकरण


जन्म मृत्यु पंजीयन प्रक्रिया का सरलीकरण

 

मुरैना 26 मार्च07- ग्रामीण क्षेत्रों में जन्म मृत्यु पंजीयन प्रक्रिया को सरल बनाया गया है । पहले ग्रामीण क्षेत्रों में जन्म मृत्यु के तीस दिन के बाद पंजीयन रजिस्ट्रार जन्म मृत्यु और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत कार्यालय में किया जाता था । अब इसे सरल करते हुए जन्म मृत्यु के निलम्वित पंजीयन के लिए ग्राम पंचायत स्तर पर ग्राम पंचायत सचिव को अधिकृत किया गया है ।               ज्ञात हो कि तीस दिन के बाद की घटना को दर्ज करवाने के लिए आवेदक को नोटरी से शपथ पत्र प्राप्त करना पड़ता था, इस कारण उन्हें कठिनाई होती थी । अब शासन ने हल्का पटवारी के समक्ष पेश शपथ पत्र पर जन्म मृत्यु के पंजीयन का निर्णय लिया है । इसके अलावा तीस दिन के बाद लेकिन एक बर्ष की घटना दर्ज करने के लिए पहले जिला रजिस्ट्रार जन्म मृत्यु और जिला योजना अधिकारी द्वारा अनुज्ञा जारी की जाती थी । इसके लिए दूरस्थ गांवों के लोगों को जिला मुख्यालय आना पड़ता था और इसमें उनका समय  व धन अनावश्यक खर्च होता था । अब एक वर्ष तक की घटना दर्ज करने के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत द्वारा अनुज्ञा जारी की जायेगी ।  

नवीन पोषाहार व्यवस्था अंतर्गत दो दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न


नवीन पोषाहार व्यवस्था अंतर्गत दो दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न 

मुरैना 26 मार्च07- नवीन पोषाहार व्यवस्था अंतर्गत स्थानीय राजश्री होटल में परियोजनान्तर्गत पदस्थ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं अध्यक्षा मातृसहयोगिनी समिति को संयुक्त रूप से मास्टर ट्रेनर्स का दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया । प्रशिक्षण में श्रीमती उपासना राय जिमबावि अधिकारी मुरैना ने संबोधित करते हुए बताया कि शासन द्वारा म.प्र. में नवीन पोषाहार व्यवस्था 1 अप्रेल 2007 से लागू होने पर जिले के अंतर्गत परियोजनाओं की संचालित आंगनवाड़ी केन्द्रों पर आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं मातृसहदोगिनी की संयुक्त भागीदारी से केन्द्र पर ही स्वयं के द्वारा निर्मित विविध व्यंजनों को बनाकर केन्द्र में दर्ज हितग्राहियों को खाद्य सामग्री प्रदाय की जावेगी । इसके लिए शासन से हर माह राशि उनके ज्वांइट एकाउंट में जमा कर व्यय की जा सकेगी । पोषण आहार की निर्धारित गुणवत्ता की मात्रा में 300 ग्राम केलोरी एवं 10 ग्राम प्रोटिन अवश्य होना चाहिए इसके लिए विशेष ध्यान दिया जाना आवश्यक होगा । उन्होने बताया कि अपने ज्वांइट एकाउंट से नवीन पोषाहार सामग्री क्रय हेतु राशि समय से आहरण करे और नियमित रूप से आंगनवाड़ी केन्द्रों पर व्यंजन तैयार कर हितग्राहियों को प्रदाय करें । इस संबंध में पोषाहार विशेषज्ञों एवं प्रशिक्षकों द्वारा 12 तरह के व्यंजनों की विधियां भी समझाई गई ।               श्रीमती पाल परियोजना अधिकारी परियोजना मुरैना शहर ने बताया कि आंगनवाड़ी केन्द्र पर बनाएं गए व्यंजनों के सेंपल भरे जाएंगे एवं प्रयोग शाला से परीक्षण होगा । यदि सामग्री की गुणवत्ता सही नहीं पाई जावेगी तो उनके विरूद्व अर्थदण्ड कर राशि वसूली की जावेगी । इसलिए सामग्री बनाते समय स्वच्छता एवं सफाई आदि का विशेष ध्यान रखा जावे ।               प्रदायित राशि का हिसाब आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं अध्यक्ष मातृ सहयोगिनी समिति केशबुक एवं स्टाक पंजी आदि का संधारण करेंगे । देयकों का सत्यापन सेक्टर पर्यवेक्षक स्वयं करेंगी । सामग्री क्रय मान्यता प्राप्त दुकानों से ही की जायेगी ।               प्रशिक्षण में परियोजना मुरैना शहर की मास्टर ट्रेनर्स श्रीमती यादव पर्यवेक्षक एवं श्रीमती छारी पर्यवेक्षक को नवीन पोषाहार व्यंजन विधियों को समझाइश दी गई तथा आमंत्रित आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं अध्यक्ष मातृसहयोगिनी समिति को व्यंजन पुस्तिका एवं फोल्डर आदि प्रदाय किये गये । अंत में श्रीमती मंजूलता पाल परियोजना अधिकारी ने सभी का आभार व्यक्त किया ।  

आंगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों का जन्म दिन मनेगा


आंगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों का जन्म दिन मनेगामुरैना 28 मार्च07- आंगनवाड़ी केन्द्रों में अब अन्न प्रासन अभियान, गोद भराई समारोह, जन्म दिन उत्सव और किशोरी बालिका दिवस मनाने संबंधी गतिविधियों भी संचालित की जायेगी ।               राज्य मंत्रिपरिषद द्वारा लिए गये निर्णय के अनुसार प्रत्येक आंगनवाड़ी केन्द्र पर सप्ताह में प्रत्येक मंगलवार को विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। मंगल दिवस पर गोद भराई कार्यक्रम के अन्तर्गत गर्भवती महिला के स्वास्थ्य और उनके खानपान पर विशेष ध्यान दिया जायेगा । इसी प्रकार से अन्न प्राशन अभियान में शिशु जन्म के 6 माह बाद माँ के साथ साथ बच्चों को पूरक आहार दिये जाने के स्तर को बडाया जायेगा ताकि बच्चों को कुपोषण से बचाया जा सके ।               आंगनवाड़ी केन्द्र पर आने वाले एक से 6 वर्ष तक के सभी बच्चों का जन्मदिन कार्यक्रम सामूहिक रूप से एक साथ समारोह पूर्वक मनाया जायगा । इससे केन्द्र और समुदाय के बीच आत्मीय संबंध बन सकेंगे । इससे आंगनवाड़ी केन्द्रों में उपस्थिति भी बढ़ेगी और बच्चों में शाला त्यागने की आदत भी समाप्त होगी । प्रत्येक माह के चौथे सप्ताह में कोई एक दिन को किशोरी बालिका दिवस के रूप में मनाया जायेगा । इस कार्यक्रम के दौरान बालिकाओं के स्वास्थ्य की जांच की जायेगी ।               आंगनवाडी केन्द्रों में तीन से 6 वर्ष तक के बच्चों और गर्भवती धात्री माताओं को प्रदान की जाने वाली पूरक पोषण आहार व्यवस्था में परिवर्तन किया गया है । इसके अनुसार अब लोकल फूड मॉडल के आधार पर पूड़ी और मिक्स सब्जी एवं वेसन के लड्डू, दाल सब्जी का उपमा, चावल एवं वेसन के लड्डू, मुरमुरा और चना लड्डू, चावल और दाल का चीला, सोया और चावल चक्की, चना पूड़ा, मूंगफली, पट्टी, पौष्टिक पोहा, बाजरा वेसन लड्डू, बाजरा मठरी, खस्ता लड्डू, मूंगफली तिल्ली और नारियल चिक्की, खीर-पूरी,दुग्ध, मौसमी फल के अलावा, रोटी, सब्जी, दाल आदि स्कूलों में प्रदाय किये जा रहे मध्यान्ह भोजन की तरह दिये जाने की स्वतंत्रता होगी ।क्रमांक  नोट:- (दिनांक 28 मार्च में जारी होगा )

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