आखिर भ्रष्टाचार और अनैतिक कर्म में लिप्त नेताओं ने फिर ली 7 गौवंश की जान.
म. प्र. के लुच्चे लफंगा भ्रष्ट व कमीने नेताओं ने आज फिर मुरैना में 7 गौवंश की निर्मम हत्या कर डाली. उल्लेखनीय है कि पूर्व में मुरैना में ही इन सरकारी हत्यारों व नेताओं द्वारा इसी तरह 23 गायों की हत्या की जा चुकी है.
पुलिस द्वारा अभी इस हत्या कांड की रिपोर्ट दर्ज नहीं की गयी है.
करोड़ों अरबों रुपये से बिछाये गये बिजली स्ट्रक्चर का नेटवर्क इतना घटिया और जाली था कि, जरा सी हवा चलते ही या पानी की चार बूंद गिरते ही सारी बिजली की अटल ज्योति सप्लाई ध्वस्त हो जाती है.
अभी वैसे तो गांधी कॉलोनी मुरैना के बारे में सी. एम. हेल्पलाइन में दर्ज प्रकरण क्रमांक 3597660 के लेवल 4 पर पहुंचते ही, गांधी कॉलोनी की बिजली कटौती पूरे दिन और पूरी रात की कर दी गयी थी और 24 घंटे में विगत 5 दिनों से केवल 20 मिनट की बिजली दी जा रही थी. लुच्चे लफंगा भ्रष्ट व कमीने नेताओं और अफसरों के इस करिश्माई कारनामे के बाद, ईश्वरीय दंड इन्हें मिलना लगभग तय था. यह भी कि लेवल 4 पर सारी गड़बड़ व भ्रष्टाचार है. उसी के ही कापरता व नपुंसकता दोष के कारण, म.. प्र. के परम भ्रष्ट ऊर्जा मंत्री, सेक्स रैकेट में फंसे अफसर, नेता, मंत्री तकरीबन पूरी तरह अंधे होकर जहां दौलत, औरत, कवाब, शराब में मदहोश होकर चोट्टे जनता पर बेतहाशा जुल्म व अत्याचार ढा रहे थे. वहीं कमीना केन्द्रीय मंत्री और सांसद जामबन्त के पालतू कुत्ते अफसर दुर्योधन व मामा शकुनि की सभा के चाटुकार कोई कसर कहर ढाने में नहीं छोड़ रहे थे. खैर यह दूसरी बार इन हत्यारों के हाथों गौ व गौवंश की निर्मम हत्या है.
हालांकि शास्त्र व ग्रंथों के अनुसार यह पाप है और बारह बरस तक मुंह बांध कर देश गांव शहर से बाहर खेतों व जंगलों में बस कर भीख मांग कर जीना होता है.
मगर इन नीच व नंगों को शर्म कहां? अधर्मीयों को पाप का डर कहां?
बेशक इन्हें ईश्वरीय कोप भाजन बनना पड़ा है. मगर अब जरा पुलिस का काम और भूमिका देखना है, वह किस किस के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध करती है, या वह भी इसी गैंग की और रैकेट की सदस्य एवं संरक्षक है.
– नरेन्द्र सिंह तोमर “अानन्द ”