नव संवत्‍सर में ग्रह स्‍थतियां एवं संवत्‍सर परिचय- नरेन्‍द्र सिंह तोम र ‘’आनंद’’


विक्रम वर्ष – विक्रम संवत 2068 , शक संवत 1933, यह नवीन वर्ष श्री क्रोधी एवं विश्‍वावसु नामकीय संवत्‍सर की गणना से प्रभावशील है । इस वर्ष के अधिपति सूर्य नारायण हैं तथा उपेश पद प्रभार चंद्र देव को मिला है । वर्ष का प्रधानमंत्री पदभार देवगुरू बृहस्‍पति को मिला है, सस्‍य विभाग शनिदेव पर एवं धान्‍य विभाग दैत्‍य गुरू भृगु -शुक्र देव को मिला है, मेघ पर्जन्‍य नायक पद का का अधिभार चंद्र सुत बुध देव के पास है, रसेश – चंद्र देव, नीरसेश – शनिदेव, फलेश- बुध, धन वित्‍त – शनिदेव, रक्षा –जल थल नभ आणविक शक्‍ति- बुध को मिले हैं ।

वरिष्ठ पत्रकार आलोक तोमर के निधन पर भिंड में शोक-श्रध्दांजलि आज


वरिष्ठ पत्रकार आलोक तोमर के निधन परभिंड में शोक-श्रध्दांजलि आज

फोटो कप्सन 20 बी.एच.डी.1

भिण्ड, ब्यूरो 20 मार्च

दिल्ली में रहकर पत्रकारिता कर रहे भिण्ड में जन्मे वरिष्ठ पत्रकार आलोक तोमर का 20 मार्च को सुबह 11 बजकर 7 मिनट पर दिल्ली के बत्रा अस्पताल में निधन हो गया। वे 50 वर्ष के थे। स्व. तोमर अपने पीछे माता-पिता, पत्नी और इकलौती पुत्री को रोता बिलखता छोड़ गए। उनके निधन पर भिण्ड के पत्रकारों ने गहन संवेदना व्यक्त करते हुए मृतात्मा को शान्ति देने की ईश्वर से प्रार्थना की है। स्व. तोमर का 21 मार्च को सुबह 11 बजे दिल्ली के लोधी रोड स्थित शमशान घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके निधन पर 22 मार्च को सुबह 9 बजे बद्रीप्रसाद की बगिया में म.प्र. श्रमजीवी पत्रकार संघ द्वारा एक शोकसभा का आयोजन रखा गया है। जिसमें सभी पत्रकार साथियों से समय से उपस्थित होने की अपील की गई है।

वरिष्ठ पत्रकार आलोक तोमर का जन्म भिण्ड शहर में 27 दिसम्बर 1960 को गायत्री परिवार से जुड़े सेवा निवृत्त शिक्षक श्री भारत तोमर के घर हुआ था । साप्ताहिक देशराज भिण्ड से अपनी पत्रकारिता की शुरुआत करने वाले स्व. तोमर ने दैनिक स्वदेश, जनसत्ता, करंट न्यूज आदि समाचार पत्र पत्रिकाओं में निर्भीक लेखनी से पहचान बनाई। उन्होंने कई पुस्तकों का लेखन भी किया। निर्भीक लेखनी के धनी आलोक तोमर उस समय चर्चा में आए जब 1984 में इन्दिरा गांधी की हत्या के बाद हुए सिक्ख दंगों के दौरान मानवीय रिपोर्टिंग को जनसत्ता ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। वर्तमान में आलोक तोमर सी.एन.ई.बी. चैनल से जुड़े थे। उन्होंने कई फिल्मों में पटकथा लेखन एवं टी.व्ही. सीरियलों में संवादों का लेखन किया। जी.टी.व्ही. पर प्रसारित होने वाले (जी मंत्रीजी) सीरियल से उन्हें काफी प्रसिध्दी मिली। वे बेव चैनल डेट लाईन इण्डिया के प्रधान संपादक भी थे। स्व. तोमर पिछले महीनों से फैफड़ों के कैन्सर से जीवन और मृत्यु के बीच जूझ रहे थे। 20 मार्च को दिल्ली के बत्रा अस्पताल में उन्होंने अन्तिम सांस ली। उनके निधन का समाचार मिलते ही भिण्ड जिले में शोक की लहर दौड़ गई। वरिष्ठ पत्रकार आलोक तोमर के निधन पर म.प्र. श्रमजीवी पत्रकार संघ द्वारा 22 मार्च को सुबह 9 बजे बद्रीप्रसाद की बगिया में एक शोक सभा का आयोजन किया गया है। जिसमें सभी पत्रकार साथियों और गणमान्य नागरिकों से उपस्थित होने की अपील की गई है।